माँ - पापा

जब मैं इस धरती पर आई,
सारी दुनिया थी घबराई,
क्यों एक और लड़की ये आयी,
लेकिन माँ पापा तुमने की थी लड़ाई,
मेरे होने की तुमने की थी बड़ाई,
माँ ने मुझे प्यार से लोरी थी सुनाई,
पापा आपने ही तोह मुझे हर शिक्षा थी दिलाई,
जब भी परीक्षा की वो घड़ी थी आयी,
माँ तुझसे चिपक के ही तोह मुझे गहरी नींद थी आयी,
जब मेरी चॉक्लेट की फरमाइश थी आयी,
पापा आपने ही तोह अपनी दवाई ना लेकर मुझे चॉक्लेट थी दिलाई,
तुझे याद है माँ खुद दुध ना पीकर तूने मुझे मेवा थी खिलायी,
पापा किस तरह आपने मेरी पढ़ाई के लिए देर रात तक दुकान पै की थी कमाई,
जब जब मैं घबराई,
आप दोनों ने ही तोह मेरा हाथ पकड़कर मेरी हिम्मत थी भड़ाई,
जब भी घनघोर बारिश की वो काली रात आयी,
आपने एकलौती छतरी मुझे थी थमाई,
आप दोनों ने ही तोह मेरी जिंदगी है बनाई,
कहती हूँ एक बात जो मै कभी ना कह पायी,
मैं बहुत खुशनसीब हुन की इस धरती पर मैं आपके घर आई।

Comments

Popular posts from this blog

गोरा - काला (एक सोच जिसको हम सबको बदलने की जरूरत है)

नौकरी (Every working WOMEN story)